इलाहाबाद – अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में 5 जुलाई 2005 को हुए आतंकी हमले में आरोपियों के लिए 4 दिन की और राहत मिल गई है | इस मामले में इलाहाबद सेंट्रल नैनी जेल में अब विशेष अदालत 5 दिसम्बर को अब अपना फैसला सुनाएगी | मामले में आज विशेष अदालत में जज को फैसला सुनाना था लेकिन जज ने इस मामले में 2 नए गवाहों और विवेचक को रिकॉल किया है जो आज हाजिर नहीं थे जिसकी वजह फैसला 4 दिन के लिए और टल गया है | मामले में अदालत अब 5 दिस्मबर को फैसला सुनाएगी |
अयोध्या में रामजन्मभूमि पर 5 जुलाई 2005 को हुए आतंकी हमले पर अब विशेष अदालत आने वाली 5 दिसम्बर को अपना फैसला सुनाएगी | आज इलाहबाद की सेंट्रल नैनी जेल में इस मामले में फैसला होना था लेकिन स्पेशल जज प्रेमनाथ ने फैसला चार दिन के लिए टाल दिया | अदालत ने इस मामले में अब दो गवाहों ईश्वर दास , बिहारी लाल तिवारी और तत्कालीन विवेचक दुलारे लाल अरुण को तलब किया है |
गौरतलब है की अयोध्या की रामजन्म भूमि पर हमले की साजिश कर पांच जुलाई 2005 की सुबह हथियारों से लैस खूखार आतंकियों ने रामजन्म भूमि परिसर में धमाका कर पुरे देश को दहला दिया था। हमले की जिम्मेदारी जैसेए तय्यबा ने ली थी।हमले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने पांच आतंकवादीयो को मौके पर ही मार गिराया था। जिसमे दो बेकसूरों की भी मौत हो गई थी। आतंकी हमले की जांच में हथियारों की सप्लाई करने और उनकी मदद करने वाले पांच आतंकियों आसिफ इकबाल मो नसीम मो अजीज शकील अहमद और डॉ इरफान का नाम सामने आया। इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 2006 में हाईकोर्ट के आदेश पर पांचों आतंकवादियों को फैजाबाद से सेंट्रल जेल नैनी इलाहाबाद भेज दिया गया। यहां मुकदमे की सुनवाई विशेष न्यायाधीश द्वारा की जा रही थी। पिछले साल मार्च में फैसला आना मुक्कर्र था की लेकिन सुनवाई दोबारा शुरू हो गई थी।